टमाटर (Tomato) हर घर की रसोई का एक ज़रूरी हिस्सा है। चाहे सब्ज़ी हो, सलाद, सूप या सॉस — टमाटर के बिना हर व्यंजन अधूरा लगता है। लेकिन बाजार से खरीदे गए टमाटर न केवल महंगे होते जा रहे हैं, बल्कि उनमें रसायन और कीटनाशकों का उपयोग भी आम बात है।
अगर आप अपने परिवार के लिए ताज़े, रसायन-मुक्त और स्वादिष्ट टमाटर खुद उगाना चाहते हैं, तो आज हम आपको बताएंगे एक आसान, प्रभावी और घरेलू तरीका, जिससे आप घर पर ही ढेर सारे टमाटर उगा सकते हैं।
यह तरीका इतना सरल है कि एक बार आपने शुरू कर दिया, तो शायद फिर कभी बाजार से टमाटर खरीदने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
चरण 1: सही टमाटर की किस्म चुनें (Choose the Right Tomato Variety)

टमाटर की कई किस्में होती हैं — कुछ बेल पर चढ़ने वाली (Climbing/Indeterminate) और कुछ झाड़ीदार (Bush/Determinate)।
घर पर या कंटेनर में उगाने के लिए झाड़ीदार या मध्यम आकार की किस्में सबसे उपयुक्त रहती हैं।
कुछ लोकप्रिय और घर के लिए उपयुक्त किस्में हैं:
- चेरी टमाटर (Cherry Tomato): छोटे, मीठे और गमलों के लिए उपयुक्त।
- रोमा टमाटर (Roma): गाढ़े सॉस के लिए बढ़िया।
- पुसे टमाटर (Pusa Ruby): भारत में बेहद लोकप्रिय।
- देसी टमाटर (Desi Tomato): स्वादिष्ट और मजबूत पौधे।
यदि आप शुरुआत कर रहे हैं, तो चेरी या पुसे रूबी जैसी किस्म चुनें क्योंकि इन्हें उगाना आसान होता है और ये तेजी से फल देती हैं।
चरण 2: बीज तैयार करें (Prepare the Seeds)

आप चाहें तो नर्सरी से बीज खरीद सकते हैं, या फिर पके हुए टमाटर से बीज निकालकर भी नया पौधा तैयार कर सकते हैं।
बीज तैयार करने के लिए:
- एक पका हुआ टमाटर लें और बीच के बीज निकाल लें।
- उन्हें 1 दिन पानी में भिगोकर रखें ताकि चिपचिपा पदार्थ हट जाए।
- फिर बीजों को धूप में सुखा लें।
- अब ये बीज बोने के लिए तैयार हैं।
यह तरीका पूरी तरह प्राकृतिक और ऑर्गेनिक है — और घर के बचे हुए टमाटर को भी काम में ले आता है।
चरण 3: मिट्टी तैयार करें (Prepare the Soil)
टमाटर को ढीली, जलनिकासी वाली और पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी पसंद है।
अगर आप गमले या ग्रो बैग में उगा रहे हैं, तो मिट्टी का मिश्रण इस प्रकार बनाएं:
- 40% गार्डन मिट्टी
- 30% वर्मी कम्पोस्ट या गोबर की खाद
- 20% रेत या कोकोपीट
- 10% पत्ती की खाद या बोन मील
मिट्टी को अच्छी तरह मिलाकर 2–3 दिन तक धूप में रखें ताकि कीटाणु नष्ट हो जाएं।
यह पौधों के लिए साफ और स्वस्थ वातावरण बनाए रखता है।
चरण 4: बीज बोना और अंकुरित करना (Sowing and Germination)

अब बीज बोने का समय है।
- किसी छोटे ट्रे या गमले में तैयार मिट्टी भरें।
- बीजों को 1 सेमी गहराई पर बोएं।
- हल्की मिट्टी से ढकें और स्प्रे बोतल से पानी छिड़कें।
- ट्रे को ऐसी जगह रखें जहाँ हल्की धूप और गर्मी मिले।
लगभग 7–10 दिनों में छोटे-छोटे अंकुर निकल आएंगे।
जब पौधे 4–5 पत्तियों वाले हो जाएं, तो उन्हें बड़े गमले या बैग में ट्रांसप्लांट करें।
चरण 5: पौधों को सही जगह लगाएं (Transplanting)
टमाटर के पौधों को पर्याप्त जगह और धूप चाहिए।
- हर पौधे के बीच कम से कम 40–50 सेमी की दूरी रखें।
- पौधे को मिट्टी में इतनी गहराई तक लगाएं कि उसकी निचली दो पत्तियाँ मिट्टी में चली जाएं — इससे नई जड़ें निकलेंगी।
- ट्रांसप्लांट के बाद पौधों को छाया में 2 दिन रखें ताकि वे नए वातावरण में अभ्यस्त हो सकें।
अब आपके टमाटर के पौधे अपने नए घर में बढ़ने के लिए तैयार हैं।
चरण 6: पानी देना और देखभाल (Watering and Care)

टमाटर के पौधों को नियमित नमी चाहिए, लेकिन अत्यधिक पानी देना नुकसानदायक है।
- मिट्टी की ऊपरी परत सूखने लगे तभी पानी दें।
- सीधे जड़ों में पानी डालें, पत्तियों पर नहीं।
- पानी हमेशा सुबह जल्दी या शाम को दें।
- गर्मी के मौसम में आप पौधों के आसपास मल्च (सूखी पत्तियाँ या भूसा) बिछा सकते हैं ताकि नमी बनी रहे।
यदि आप नियमित रूप से ध्यान देंगे, तो पौधे मजबूत बनेंगे और जल्दी फूल आएंगे।
चरण 7: पौधों को सहारा दें (Provide Support)

जैसे-जैसे टमाटर के पौधे बढ़ते हैं, उन्हें फल के वजन से टूटने का खतरा रहता है।
इसलिए पौधों को सहारा (support) देना जरूरी है।
- आप लकड़ी की डंडी, बाँस या धातु का स्टैंड लगा सकते हैं।
- पौधे को धीरे से धागे से बाँधें ताकि तना टूटे नहीं।
- बेल वाली किस्मों के लिए ट्रेलिस या जाल बहुत अच्छा विकल्प है।
सहारा देने से पौधे सीधे बढ़ते हैं और फल को पर्याप्त धूप मिलती है।
चरण 8: खाद और पोषण (Feeding the Plants)
टमाटर पौधे पोषण-प्रेमी होते हैं, यानी उन्हें नियमित रूप से खाद की जरूरत होती है।
- हर 15–20 दिन में एक बार जैविक खाद डालें — जैसे गोबर की खाद, वर्मी कम्पोस्ट या बोन मील।
- तरल खाद (liquid compost tea) पौधों को तुरंत ऊर्जा देती है।
- फूल आने के बाद पोटेशियम युक्त खाद (जैसे केले के छिलके का पानी) डालें — इससे फल मीठे और बड़े बनते हैं।
रासायनिक उर्वरकों से बचें, क्योंकि ये मिट्टी की गुणवत्ता को नुकसान पहुंचाते हैं।
चरण 9: कीट और रोग नियंत्रण (Pest and Disease Control)
टमाटर के पौधों पर कभी-कभी एफिड्स, व्हाइटफ्लाई या फंगस का हमला हो सकता है।
लेकिन घबराएं नहीं — इनसे बचने के प्राकृतिक उपाय मौजूद हैं।
- नीम तेल का स्प्रे: 10 मिली नीम तेल + 1 लीटर पानी + कुछ बूंदें लिक्विड साबुन मिलाकर हफ्ते में एक बार छिड़कें।
- लहसुन और अदरक का अर्क: कीटों को दूर रखता है।
- रोगग्रस्त पत्तियाँ तुरंत हटा दें ताकि संक्रमण न फैले।
प्राकृतिक कीटनाशक पौधों को सुरक्षित रखते हैं और फल को ऑर्गेनिक बनाए रखते हैं।
चरण 10: फूल से फल बनने तक देखभाल (From Flowers to Fruits)
टमाटर के पौधे लगभग 30–40 दिनों में फूल देने लगते हैं।
इस समय ध्यान रखें:
- पौधों को पर्याप्त धूप मिल रही हो।
- मिट्टी में नमी बनी रहे।
- पौधों को हिलाने या हल्के से थपथपाने से परागण (pollination) बेहतर होता है।
लगभग 20–25 दिनों बाद छोटे-छोटे टमाटर आने लगते हैं।
धीरे-धीरे वे लाल और चमकदार बन जाएंगे।
चरण 11: फसल की कटाई (Harvesting)
जब टमाटर का रंग हरे से हल्का लाल हो जाए, तो यह संकेत है कि वह पकने लगा है।
कटाई के लिए:
- फलों को धीरे से हाथ से तोड़ें या कैंची से काटें।
- अगर कुछ टमाटर पूरी तरह नहीं पके हैं, तो उन्हें कमरे के तापमान पर रखें — वे अपने आप पक जाएंगे।
कटाई के बाद टमाटर को धूप से दूर रखें ताकि उनकी ताजगी बनी रहे।
चरण 12: फसल के बाद मिट्टी और पौधों की देखभाल (After Harvest Care)
- फसल लेने के बाद पुरानी मिट्टी को दोबारा उपयोग में न लाएं।
- मिट्टी को धूप में सुखाकर अगली फसल के लिए तैयार करें।
- पौधों के सूखे हिस्से को काटकर कम्पोस्ट में डालें।
इस तरह आप हर मौसम में नई फसल उगा सकते हैं — बिना ज्यादा मेहनत और खर्च के।
अतिरिक्त सुझाव (Extra Tips for Success)
- धूप सबसे ज़रूरी है: टमाटर के पौधों को रोज़ाना 6–8 घंटे धूप मिलनी चाहिए।
- हवा का प्रवाह: पौधों के बीच पर्याप्त जगह रखें ताकि हवा आसानी से गुजर सके।
- गर्मियों में सावधानी: तेज गर्मी में पौधों पर छाया जाल लगाएं।
- टमाटर का पुनः बीज: हर फसल से बीज निकालकर आप नई फसल उगा सकते हैं।
निष्कर्ष
घर पर टमाटर उगाना न केवल आसान और सस्ता है, बल्कि यह आपको और आपके परिवार को रसायन-मुक्त, ताज़ा और स्वादिष्ट फल देता है।
एक बार जब आप यह तरीका सीख लेते हैं, तो आपको कभी भी बाजार से टमाटर खरीदने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी!
बस थोड़ी सी देखभाल, धूप और प्यार — और आपका छोटा सा बगीचा लाल-लाल टमाटरों से भर जाएगा।